PATNA: In a major decision, DGP Abhayanand on Thursday issued directive that all SPs would take permission from the IG, operations, for deploying the Special Auxiliary Police (SAP) for anti-naxal operations. ADG (law and order) would have overall operational control over SAP. With this, the DGP has taken away from the SPs concerned the direct control over SAP.
दैनिक जागरण लिखते हैं :
Sep 01, 08:36 pm
पटना, जागरण ब्यूरो
अब यह नहीं चलने वाला कि थाने को मिले सैप के जवानों का इस्तेमाल थाने की गाड़ियों को चलाने के लिए कर लिया जाये। यह भी नहीं कि छोटी-छोटी घटनाओं में थानेदार सैप के जवान को हांक देंगे। जिलों में तैनात पुलिस अधीक्षकों को भी सैप के जवानों का इस्तेमाल करने से पहले पुलिस मुख्यालय में इस बात को ले तय अधिकारियों से अनुमति लेनी होगी। पुलिस महानिदेशक के स्तर पर गुरुवार को इस आशय का एक आदेश जारी किया गया। एडीजी (पुलिस मुख्यालय) राज्यवर्द्धन शर्मा ने यह जानकारी दी।
सैप के जवानों का इस्तेमाल कहां किया जाये यह एडीजी (विधि- व्यवस्था) व आईजी आपरेशन को तय करना है। जिलों में उपलब्ध सैप के जवानों को कहीं मोर्चे पर तैनात किए जाने से पहले जिले के पुलिस अधीक्षकों को इस बारे में पुलिस मुख्यालय के इन दो आला पुलिस अधिकारियों से अनिवार्य रूप से अनुमति लेनी होगी। तय प्रावधानों के आधार पर सैप का इस्तेमाल नक्सल क्षेत्र में चलने वाले अभियान और संगठित अपराध उन्मूलन को ले चल रहे अभियान में किया जाना है।
पुलिस मुख्यालय यह भी समीक्षा कर रहा है कि सैप के जवानों को पुलिस से जोड़ने की प्रक्रिया किस गति में है।
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