Sep 21, 08:24 pm
डेहरी-आनसोन (रोहतास) : पुलिस कर्मियों की समस्याओं के समाधान के लिए सरकार कृतसंकल्प है। पुलिस के लिये कानून ही अस्त्र है और वही ढाल भी। ऐसे में कानून के दायरे में रह कर किया जाने वाला कार्य कभी दुखदायी नहीं हो सकता। डीजीपी बनने के बाद पहली बार जिले में आये अभयानंद ने बुधवार को पुलिस लाइन में पुलिस सभा को संबोधित करते हुए अपने कर्तव्य व दायित्वों का बोध कराया। आम जनता से बेहतर संबंध बना अपराध नियंत्रण में उनका सहयोग लेने को कहा।
पुलिस मेंस यूनियन के जिलाध्यक्ष अखिलेश्वर सिंह ने पुलिस कर्मियों की समस्याओं से अवगत कराया। पुलिस लाइन में आवास, शौचालय व मेस की व्यवस्था बेहतर व उग्रवाद क्षेत्र में कार्यरत पुलिस कर्मियों को नक्सल भत्ता भी देने की मांग की। एएसआई व एसआई संवर्ग के अधिकारियों ने केस डायरी की कमी की ओर ध्यान दिलाया। कहा कि केस डायरी के अभाव में कांडों के निष्पादन में अनावश्यक विलंब हो रहा है। उन्होंने बीएमपी के आरमर हवलदार गोपाल शर्मा को अग्नेयास्त्रों की बेहतर ढंग से तकनीकी जानकारी देने पर उन्हें पुरस्कृत करने की घोषणा की। इस मौके पर डीआईजी सुशील एम खोपड़े, एसपी मनु महाराज, एएसपी कुमार अमर सिंह के अलावा अन्य पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।
जिलों में पुलिस के कामकाज की समीक्षा के मिशन के तहत यहां के दो दिवसीय दौरे पर आये पुलिस महानिदेशक ने तीसरे पहर संवाददाताओं से मुखातिब होते हुये कहा कि राज्य के तमाम जिलों में जाकर विभाग की समस्याओं से अवगत होने की योजना की शुरूआत रोहतास से कर रहा हूं। पुलिस अगर कानून की परिधि में रह कर काम करेगी तो न किसी की हाजत में मौत होगी और न अपराधी खुलेआम घूमते फिरेंगे। जिले की नक्सली समस्या से निबटने के लिये जिले से सटने वाली उत्तर प्रदेश व झारखंड की सीमाओं पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किये जा रहे हैं। इसके लिये जिले को समुचित संसाधन उपलब्ध कराये जा रहे हैं।
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