रंजीता के जज्बे को डीजीपी का सैल्यूट पटना, जागरण ब्यूरो : फुटबाल के प्रति लगन की बदौलत मुंगेर जिला पुलिस बल में सिपाही पद पर कार्यरत रंजीता को आखिरकार डीजीपी का सैल्यूट मिल ही गया। चार साल पहले वह पुलिस में भर्ती हुई थी। डीजीपी अभयानंद के मुताबिक बुधवार को वे मुंगेर में थे। रंजीता उनसे मिलने आयी और कहा-मैंने जिन बच्चों को फुटबाल की ट्रेनिंग दी है उनसे मिल लीजिये सर। यह सुन उत्सुकता हुई। मैंने देखा कमाल की ट्रेनिंग है उन आठ से चौदह वर्ष के बच्चों की। उन सभी की रंजीता दीदी का करिश्मा यह है कि उनमें से चार बच्चे भारतीय फुटबाल की अंडर 14 टीम में शामिल कर लिए गये हैं। बिना किसी बड़े हाइप के मुंगेर में यह काम हो रहा है। डीजीपी ने विभाग के स्तर से रंजीता के लिए पांच हजार रुपये के पुरस्कार की अनुशंसा की है। रंजीता, पुलिस में आने के पहले भारतीय महिला फुटबाल टीम की सदस्य रही हैं। पुलिस में आने के बाद भी उसने अपने शौक को जारी रखा। आसपास के गरीब बच्चों को फुटबाल से जोड़ा और सुबह-शाम उन्हें ट्रेनिंग देने लगी। आज वह बीस-बाइस बच्चों को ट्रेनिंग देती है। रंजीता ने अभी शादी नहीं की है। वह अपने वेतन की बड़ी राशि इन बच्चों के प्रशिक्षण पर खर्च कर रही है।
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