बिहारशरीफ सुपर 30 के संस्थापक बिहार के सहायक महानिदेशक (बीएमपी) अभ्यानंद ने कहा कि कोई भी आदमी अपने आपमें पूर्ण नहीं है। जब सब लोग एकजुट होकर कोई भी असंभव सा दिखने वाला कार्य करेगे तो वह संभव हो जायेगा। श्री अभ्यानंद रविवार को स्थानीय कचहरी रोड स्थित आर.पी.एस. पब्लिक स्कूल में सुपर 30 की स्थापना एवं कैरियर काउंसिलिंग समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मानव जाति को शिक्षा, स्वास्थ्य और आवास की जरूरत होती है, जिसमें शिक्षा महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने शिक्षित समाज की परिकल्पना करके ही सुपर 30 का गठन किया है और संस्था बेहतर परिणाम देने में जुटी है। उन्होंने कहा कि सुपर 30 के माध्यम से बच्चों की प्रतिभा को तो मुकाम दिया ही जा रहा है, इसके माध्यम से गरीबी उन्मूलन की दिशा में भी काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों की संख्या एवं भव्य बिल्डिंग से कोई शिक्षण संस्थान अच्छा नहीं हो सकता। जरूरत है विद्यालयों के बच्चों में प्रतिभा एवं आत्मबल का होना। उन्होंने कहा कि बेहतर शिक्षा से ही उपलब्धियां पायी जा सकती हैं। श्री अभ्यानंद ने कार्यक्रम की समाप्ति के बाद विद्यालय परिसर में स्कूली छात्रों के सवालों के जवाब दिये और उन्होंने सभी बच्चों में छुपी प्रतिभा को परखा। कार्यक्रम को नालंदा के आरक्षी अधीक्षक विनीत विनायक ने संबोधित करते हुए सहायक महानिदेशक के प्रयास की सराहना की। उन्होंने कहा कि सुपर 30 के माध्यम से छिपी प्रतिभाएं सामने आ सकेंगी। कार्यक्रम को पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री सुरेन्द्र प्रसाद तरुण, आर.पी.एस. स्कूल के निदेशक अरविंद कुमार, आर.यू. चन्द्रा, डा. शिवनारायण प्रसाद, भरत कश्यप, नन्द किशोर प्रसाद, संजय कुमार, डा. अशोक कुमार, जितेन्द्र कुमार, रणजीत कुमार, रामाशीष, रणविजय, मो. मुमताज, अरशद अस्थानवी, सोगरा कालेज के प्राचार्य के अलावा कई लोगों ने संबोधित किया।
समाचार साभार : दैनिक जागरण , पटना
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